एक भारतीय नौसेना अधिकारी को पाकिस्तान ने फांसी की सजा दी हुई है?

क्या आपको पता है कि एक भारतीय नौसेना अधिकारी को पाकिस्तान ने फांसी की सजा दी हुई है? और ये मामला आज भी इंटरनेशनल कोर्ट में गूंज रहा है! कुलभूषण जाधव – एक नाम जो भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव का कारण बना। इस वीडियो में जानिए उनकी पूरी कहानी, गिरफ्तारी से लेकर 2025 की वर्तमान स्थिति तक!

अब थोड़ा शुरू से शुरू करते है, कुलभूषण जाधव का जन्म 16 अप्रैल 1970 को महाराष्ट्र के सांगली जिले में हुआ था। वो भारतीय नौसेना में इंजीनियरिंग ब्रांच में अधिकारी थे। 1991 में कमीशन मिलने के बाद उन्होंने करीब दो दशक तक सेवा की। सेवानिवृत्ति के बाद वे ईरान के चाबहार बंदरगाह में व्यवसाय करने लगे – यहीं से ये विवाद शुरू होता है।

पाकिस्तान का दावा है कि 3 मार्च 2016 को उन्होंने कुलभूषण को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया, जहाँ वो जासूसी कर रहे थे। पाकिस्तान का आरोप था कि जाधव भारत की खुफिया एजेंसी RAW के लिए काम कर रहे थे और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे।

वहीं भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और पाकिस्तान में जबरदस्ती घुसपैठ करवाकर फंसाया गया।”

पाकिस्तान ने एक वीडियो जारी किया जिसमें जाधव ‘कबूल’ करते हैं कि वो RAW के लिए काम कर रहे थे। लेकिन ये वीडियो फर्जी और जबरन कबूलवाया गया, वीडियो मे 50 से ज्यादा कट है ।

2017 में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने कुलभूषण को मौत की सजा सुना दी। इससे भारत में भारी नाराजगी फैली और ये मामला पहुंचा इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस यानी ICJ में।”

भारत ने 8 मई 2017 को ICJ में केस दायर किया और कहा कि पाकिस्तान ने ‘वीयना कन्वेंशन’ का उल्लंघन किया है क्योंकि जाधव को कांसुलर एक्सेस (दूतावास से संपर्क) नहीं दिया गया।

ICJ ने भारत के पक्ष में फैसला दिया और 17 जुलाई 2019 को पाकिस्तान को फांसी पर रोक लगाने, और सजा की समीक्षा करने का आदेश दिया। लेकिन क्या पाकिस्तान ने ऐसा किया?

पाकिस्तान ने 2020 में एक कानून पास किया – ‘ICJ Review and Reconsideration Bill’, लेकिन अभी तक न तो जाधव को अपील का अधिकार मिला, न ही निष्पक्ष सुनवाई।

मार्च 2025 में पाकिस्तान के एक सरकारी वकील ने कोर्ट में कह दिया कि ‘ICJ का फैसला सिर्फ कांसुलर एक्सेस तक सीमित था’, इसलिए अपील का अधिकार नहीं देंगे।

भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे अंतरराष्ट्रीय न्याय का उल्लंघन बताया।”

आज,कुलभूषण जाधव 55 साल के हो चुके है और आज तक, तक़रीबन 10 साल से पाकिस्तानी जेल में बंद हैं। और रात दिन टॉर्चर किए जा रहे है टॉर्चर इतना खतरनाक कि बताने वाले कि भी रूह कांप जाए, उनकी फांसी की सजा बरकरार है, ना उन्हें अपील की इजाजत मिली, ना ही भारत के बार-बार अनुरोधों पर उचित न्याय हुआ।

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